जीवन संस्कार,प्रेरणास्पद लेख,संस्मरण, सूक्तियों,कहावतों, का सांझा मंच द्वार सब के लिए खुले हैं,आएँ उध्रत करें या लिख कर योगदान दें ......
Tuesday, January 31, 2012
निरंतर कह रहा .......: रंग बिरंगी चिड़िया एक दिन बोली मुझसे
निरंतर कह रहा .......: रंग बिरंगी चिड़िया एक दिन बोली मुझसे: रंग बिरंगी चिड़िया एक दिन बोली मुझसे निरंतर खूब लिखते हो मुझ पर कभी मुझसे भी तो पूछ लो क्या लिखना है मुझ पर ? क्या सहती हूँ ? कैसे...
Tuesday, January 17, 2012
Nirantar's.......: The truth about friendship
Nirantar's.......: The truth about friendship: Trusting &sharing Listening & saying Helping each other Giving Without expecting Respecting The sentiments Of the other No greed, No h...
Nirantar's.......: Sharing
Nirantar's.......: Sharing: Sharing is Fulfilling one’s desire To be heard Make others Understand Emotions of the heart The turmoil of the mind One may be old or a...
Nirantar's.......: Love is in deeds,doesn’t exist in words
Nirantar's.......: Love is in deeds,doesn’t exist in words: Love is Togetherness Love is Missing each other Love is Caring for the other Love is Crying and laughing Together Love is Respecting Eac...
Nirantar's.......: People Talk about beauty
Nirantar's.......: People Talk about beauty: People Talk about beauty However, I am confused About which beauty They keep talking Is it the beautiful face? Which Mesmerizes them? Or...
निरंतर कह रहा .......: चेहरों पर कभी ना रीझना
निरंतर कह रहा .......: चेहरों पर कभी ना रीझना: चेहरा कभी सच नहीं बताता भेड़ की खाल में भेड़िया छुपा होता चेहरों पर कभी ना रीझना कौन चोर कौन साहूकार पता नहीं चलता निरंतर विश्वास में ही ...
Nirantar's.......: Time spares nobody
Nirantar's.......: Time spares nobody: Lying in the grave Under mound of sand He heard voices of people Crying and sobbing They had come to bury One more body Their expression of...
Nirantar's.......: Each day is same
Nirantar's.......: Each day is same: Each day is same Becomes Important With the event That happens On the fateful day Remembered By one and all Lies embedded In heart and min...
Nirantar's.......: End of the journey
Nirantar's.......: End of the journey: He was helpless Lying Unconscious On the bed His face pale Eyes closed Tubes inside the nose Supplying oxygen To Forcibly Keep him ali...
Nirantar's.......: Sharing
Nirantar's.......: Sharing: Sharing is Fulfilling one’s desire To be heard Make others Understand Emotions of the heart The turmoil of the mind One may be old or a...
निरंतर कह रहा .......: खुद का युद्ध
निरंतर कह रहा .......: खुद का युद्ध: चाहे कोई कितनी भी हमदर्दी जता दे कंधे पर हाथ रख दे साथ में आंसू बहा ले कोई काम नहीं आता खुद का दर्द खुद को ही सहना पड़ता भाग्य से खुद को ही...
निरंतर कह रहा .......: अनुभव और उम्र का रिश्ता क्या है ?
निरंतर कह रहा .......: अनुभव और उम्र का रिश्ता क्या है ?: उम्र के प्रश्न ने सदा झंझोड़ा मुझको समझ नहीं पाता क्यों उसे अनुभव से जोड़ा जाता अब तक जीवन में छोटी उम्र के बड़ों को देखा उन्हें अनुभव से स...
निरंतर कह रहा .......: वो मुझसे नाराज ,मैं उससे नाराज
निरंतर कह रहा .......: वो मुझसे नाराज ,मैं उससे नाराज: वो मुझसे नाराज मैं उससे नाराज वो मुझे माफ़ कर दें तो मैं उसे माफ़ कर दूं आपस में सुलह हो जायेगी नाराजगी आसानी से ख़त्म हो जाये...
Saturday, January 7, 2012
निरंतर कह रहा .......: सोच
निरंतर कह रहा .......: सोच: स्वछन्द आकाश में विचरण करने वाली पिंजरे में बंद कोयल अब इच्छा से कूंकती भी नहीं कूँकना भूल ना जाए इसलिए कभी कभास बेमन से कूंक लेती ना साथिय...
निरंतर कह रहा .......: लोग क्या कहेंगे ?
निरंतर कह रहा .......: लोग क्या कहेंगे ?: बड़े मन से मैंने कोट का कपड़ा पसंद किया फिर शहर के प्रसिद्द दरजी से उसे सिलवाया पहन कर यार दोस्तों के बीच पहुँच गया आशी थी सब कोट की प्रशंस...
निरंतर कह रहा .......: समाधान
निरंतर कह रहा .......: समाधान: वर्षों से शमशान में खडा बरगद का विशालकाय पेड़ आज कुछ व्यथित था मन में उठ रहे प्रश्नों से त्रस्त था विचार पीछा ही नहीं छोड़ रहे थे ...
निरंतर कह रहा .......: अब क्यों पहचानेगा कोई मुझको?
निरंतर कह रहा .......: अब क्यों पहचानेगा कोई मुझको?: अब क्यों पहचानेगा कोई मुझको सब चढ़ गए सफलता की सीढ़ियों पर सीढियां सहारा ले कर पहुँच गए इतनी ऊंचाई पर दिखता नहीं कोई उन्हें वहां से मैं जहा...
निरंतर कह रहा .......: उसूलों पर चलता हूँ
निरंतर कह रहा .......: उसूलों पर चलता हूँ: इमानदारी से जीता हूँ झूठ नहीं बोलता हूँ उसूलों पर चलता हूँ कुछ मुझे धरती से जुडा हुआ कहते एक अच्छा इंसान समझते कुछ मेरी इमानदारी पर शक करत...
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