Thursday, December 22, 2011

निरंतर कह रहा .......: अति से विनाश

निरंतर कह रहा .......: अति से विनाश: उसने  बहुत आशाओं से  घर के बागीचे  में गुलमोहर का पेड़ लगाया दिल से  उसकी रखवाली करी निरंतर पानी से सींचा भर भर कर उसमें खाद डाली मन में ख...

2 comments:

  1. बहुत खूब ! बढ़िया लगा!
    क्रिसमस की हार्दिक शुभकामनायें !
    मेरे नये पोस्ट पर आपका स्वागत है-
    http://ek-jhalak-urmi-ki-kavitayen.blogspot.com/

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  2. प्रस्तुति अच्छी लगी । मेरे नए पोस्ट पर आप आमंत्रित हैं । नव वर्ष -2012 के लिए हार्दिक शुभकामनाएं । धन्यवाद ।

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