Monday, February 13, 2012

चिंतन........निरंतर का.......: छोटा झूठ,शक ,सत्य ,मन निश्छल मन

चिंतन........निरंतर का.......: छोटा झूठ,शक ,सत्य ,मन निश्छल मन: मन निश्छल होने के पश्चात भी , एक छोटा सा सत्य , शक पैदा कर सकता है , बड़ी विपदा ला सकता है , ऐसी अवस्था में चुप रहना ही श्रेयस्कर होता , ज...

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