जीवन संस्कार,प्रेरणास्पद लेख,संस्मरण, सूक्तियों,कहावतों, का सांझा मंच
द्वार सब के लिए खुले हैं,आएँ उध्रत करें या लिख कर योगदान दें ......
Thursday, November 24, 2011
चिंतन........निरंतर का.......: सीखना
चिंतन........निरंतर का.......: सीखना: कहते हैं माँ के पेट से सीख कर कोई नहीं आता मनुष्य जो भी सीखता है , अनुभव से या दूसरों को देख कर या फिर दूसरों द्वारा सिखाया जाता है सीखना ज...
आपने बहुत ख़ूबसूरत पंक्ति लिख कर दिया है टिप्पणी के माध्यम से जो मुझे बेहद पसंद आया !
ReplyDeleteबहुत सुन्दर और सटीक लिखा है आपने !