Sunday, July 17, 2011

दुखी


वो सबसे दुखी जो

निरंतर समझता

खुद को दुखी

जो खुदा ने दिया

उस से तृप्ति  नहीं होती

जुबान से सदा खीज

प्रकट होती

संतुष्टि उस से कोसों

दूर रहती

ज़िन्दगी रोते रोते

कटती

17-07-2011
1198-78-07-11

3 comments:

  1. असंतोषी व्यक्ति कभी सुखी नहीं हो सकता .कामनाएं दुःख प्रदान करती हैं पर मानव इनसे मुक्त नहीं हो पाता और सुख से वंचित रह जाता है .सार्थक प्रस्तुति .आभार

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  2. संभवतः रोने में ही अलग सुख मिलता है . इसलिए डोंट बी संतुष्ट का जाप करते हैं .

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  3. कुछ दर्द खुदा नहीं देता
    इंसान देता है ..
    औरतों के हिस्से कुछ ऐसे ही दर्द आ जाते हैं ....

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