Sunday, October 9, 2011

उच्चारण: " दिवस त्यौहार के आए" ( डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मय...

उच्चारण: " दिवस त्यौहार के आए" ( डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मय...: महकता गन्ध से उपवन, धरा ने रंग विखराए। खुशी से खिल उठे चेहरे, दिवस त्यौहार के आए।। सुशोभित कमल सुन्दर हैं, सजे फिर से सरोवर हैं, सिँ...

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