Sunday, October 16, 2011

"निरंतर" की कलम से.....: जीवन सफ़र को हँसते हँसते पूरा करना मुसाफिर

"निरंतर" की कलम से.....: जीवन सफ़र को हँसते हँसते पूरा करना मुसाफिर: जन्म संसार में लिया तुमने जीवन को सफ़र समझना मुसाफिर पथ से ना डिगना सपना जो देखा तुमने उसे पूरा करना मुसाफिर ना मंजिल से भटकना ना निशाना कभ...

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