कब तक
बादलों में छुपोगे?
मुझे इंतज़ार कराओगे
कब बाहर निकल कर
चांदनी फैलाओगे ?
अपना मुखड़ा दिखाओगे
मेरी तड़प मिटाओगे
भूखी प्यासी बैठी हूँ
तुम में
मुझे इंतज़ार कराओगे
कब बाहर निकल कर
चांदनी फैलाओगे ?
अपना मुखड़ा दिखाओगे
मेरी तड़प मिटाओगे
भूखी प्यासी बैठी हूँ
तुम में
पीया को देखती हूँ
उसे ढूंढती हूँ
व्रत करवा चौथ का रख
लम्बी उम्र की दुआ
मांगती हूँ
सुहाग मेरा निरंतर
सलामत रहे
बस इतना ही
चाहती हूँ
26-10-2010
उसे ढूंढती हूँ
व्रत करवा चौथ का रख
लम्बी उम्र की दुआ
मांगती हूँ
सुहाग मेरा निरंतर
सलामत रहे
बस इतना ही
चाहती हूँ
26-10-2010
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